भारत का संविधान, आज में फिरसे आपके सामने हाजिर हूं एक नई जानकारी के साथ, यहां पर आज हम बात करने वाले हैं संविधान क्या है. संविधान हर देश का एक महत्वपूर्ण तत्व होते हैं. जो उस देश का संसद द्वारा तय किया जाता है. संविधान में देश का नियम और कानून का उल्लेख रहता है.
आज हम संविधान क्या है यह जानने के साथ-साथ और भी कई सारे संविधान से जुड़ी हुई महत्वपूर्ण बातों का जिक्र करेंगे, जैसे कि भारत का संविधान कब कैसे और क्यों बना , भारतीय संविधान का विशेषता क्या है. इसलिए आज हम संविधान और भारतीय संविधान से जुड़ी महत्वपूर्ण तत्व के उपर जानकारी प्राप्त करेंगे.
संविधान से जुड़ी हुई इन साधारण सवालों का जवाब का उत्तर हर विद्यार्थी और देश का नागरिक की जानना बहुत आवश्यक है. क्योंकि भारतीय संविधान में लिखा हुआ हर नियम और कानून कभी भी आपका नए और नीति पाने का काम आ सकते हैं. जिसे जानने के कारण आप कभी भी किसी संकट और अन्य से खुद का और दूसरों का रक्षा कर सकते हैं.
संविधान क्या है / What is Constitution
मनुष्य के सर्वांगीण विकास, न्याय और नीति पाने के लिए कुछ नियम और कानूनों का संघार किया गया है, जो हर मानव के लिए समान नियम लागू होता है, इस व्यवस्था को संविधान कहा जाता है. अगर सरल भाषा में समझे तो हर देश के अलग-अलग नियम और कानून होते हैं, जो उस देश का विकास, परिस्थितियों का सुधार और देश का उन्नति के लिए उपयोग किया जाता है.
संविधान देश के हर नागरिक के लिए समान होते हैं, जिसे सरकार से लेकर नागरिक तक हर कोई नियमों का पालन करता है. हर एक देश का अलग-अलग संविधान होते हैं. जिसमें भारतीय संविधान को दुनिया के सबसे महान संविधान माना जाता है.
भारतीय संविधान विश्व के सबसे लंबा लिखित संविधान है. विश्व में दो प्रकार के संविधान बने एक है लिखित संविधान, और दूसरा है अलिखित संविधान. दुनिया में भारत का संविधान लिखित सबसे बड़ा संविधान है. भारतीय संविधान में 395 अनुच्छेद, 8 अनुसूचियां और 22 भाग था. वर्तमान भारतीय संविधान में 8 अनुसूचियां के साथ और 4 अनुसूचियां जोड़ के कूल 12 अनुसूचियां बना है.
लिखित संविधान क्या है ?
नियम और कानून का संहार लिखित अवस्था में रहे तो उसे लिखित संविधान कहा जाता है. तथा किसी संविधान में नियम और कानून लिखित अवस्था में रहे तो और संविधान को लिखित संविधान माना जाता है. जैसे कि – भारत , USA आदि देश का संविधान लिखित संविधान है.
अलिखित संविधान क्या है ?
नियम और कानूनों का ऐसा संग्रह जो कि लिखित अवस्था में नही होता है उसे अलिखित संविधान कहा जाता है. तथा अगर किसी कानून और नियमों को संविधान में नहीं लिखा होता है और उसका पालन क्या जाता है तो उसे अलिखित संविधान के रूप में माना जाता है. अलिखित संविधान का उपयोग परंपरा , रीति रिवाज और नयी निर्णय के लिए आधारित होता है. जैसे कि – ब्रिटेन, सऊदी अरब, इजराइल न्यूजीलैंड आदि देश.
किसी भी देश को चलाने के लिए उसका खुद का नियम और कानून होता है. जो देश का धर्म, विचारधारा, रहन सहन और जलवायु को देखकर बनाई जाती है. जिससे देश का नियम और कानून उल्लंघन ना हो और देश का विकास और प्रग्रिती बढ़ते रहे.
भारत का संविधान कब बना ?
9 दिसंबर 1946 को संविधान की पहली बैठक डॉक्टर सच्चिदानंद के अगुवाई में हुई. इस सभा के अध्यक्ष पूर्व राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद को चुना गया. उसके बाद 13 दिसंबर 1946 को भारतीय संविधान के एक तालिका गठन किया गया जिसे पंडित जवाहरलाल नेहरू सबके सामने पड़ा.
भारतीय संविधान के सबसे महत्वपूर्ण बात यह रखी गई थी कि आपसे देश की सभी राजाओं की शासन को समाप्त कर दिया जाएगा. और भारत की प्रमुखता तथा समाधान को सबको स्वीकार करनी होगी. 22 जनवरी 1947 में कई तरह के विरोध और आंदोलन की बाद भारतीय संविधान को पूरी तरीके से शिकार किया गया.
भारतीय संविधान एक बहुत बड़ा विषय है जिसे बनाने में कई वक्त लग गया था. इसमें भारतीय राष्ट्रीय भाषा, भारतीय संगीत जैसे सब कुछ उल्लेखित करने में लगभग 2 वर्षों के ऊपर लग गया था. कई मीटिंग सभा आंदोलन के बाद भारतीय संविधान को 24 जनवरी 1950 में पूरी तरीके से बनाकर लोगों के सामने लाया गया. और 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागु क्या गाया.
भारत का संविधान कैसे बना ?
1935 में ब्रिटिश द्वारा भारतीय के सामने एक नए ACT के ऐलान किया गया, जिसे भारतीय सरकार अधिनियम / Government of India Act भी कहा जाता है. इस संविधान का कई नियम हमारे संविधान में शामिल है. इस संविधान के तहत शासन व्यवस्था के अधिकार सेफ गवर्नर के पास था, और नागरिक को नियम और कानून का सहमति नहीं था.
पंडित जवाहरलाल नेहरू के अधीन पर पूरे देश एक साथ मिलकर इसका विरोध किया. देश में कई सारे आंदोलन किया गया जैसे कि भारत छोड़ो आंदोलन, आजाद हिंद फौज का गठन, इंग सब आंदोलन के वजह से ब्रिटिश का शासन व्यवस्था भारत के ऊपर से हटने लगा था. और द्वितीय विश्व युद्ध के कारण ब्रिटिश का खुद का देश की स्तिति ख़राब थी. और उनका प्रधानमंत्री भी बदल चुकी थी.
1946 में भारत में कैबिनेट मिशन हुआ था, जिसमें ब्रिटिश देश से 3 महान व्यक्ति भारत में आए थे और भारत के सत्ता भारत के हाथों सौंप दिए थे. 16 जून 1946 में भारत में एक बैठक हुआ था जिस में मौजूद था पंडित जवाहरलाल नेहरू, मौलाना आजाद, सरदार बल्लभ भाई पटेल, नवाब मोहम्मद हमीदुल्लाह और भी कई सारे महान देशभक्त हाजिर थे. इस बैठक में देश की आजादी के साथ भारतीय संविधान के सूचना हुआ.
भारत का संविधान क्यों बना ?
भारत कई वर्षों से दोस्त से देशवासियों का गुलाम था, और दूसरे देशों का नागरिक हमारे भारत देश के ऊपर शासन करती आ रही थी. और हमारे भारत देश के ऊपर उनका अपना नियम लागू कर रहे थे तथा उनके हिसाब से भारत देश को चला रहे थे. भारत आजादी के पहले 200 वर्ष तक अंग्रेजों का गुलाम था. आर ब्रिटिश का नियमानुसार भारत में कार्य हो रहा था.
यही था मूल भेजें भारत में संविधान का स्थापना कहने का. भारत दुनिया के सबसे ज्यादा आबादी वाला देशों में से एक है, इसलिए इस आबादी को सही दिशा में ले जाने के लिए भारत का खुद का संविधान होना बहुत जरूरी था. यह सब देखते हुए भारत में संविधान का स्थापना किया गया और उसका विकास भी समय-समय पर किया गया.
भारतीय संविधान का विशेषता
- भारतीय संविधान के कुछ महत्वपूर्ण विशेषता है जिसके वजह से भारतीय संविधान एक लिखित और दुनिया के सबसे बड़ा संविधान बना है.
- भारतीय संविधान में भारत का नियम लागू करने के साथ-साथ दूसरे देश का संविधान से भी प्रेरित हुआ है.
- भारतीय संविधान कौ नम्रता और अमृता कहा जाता है, तथा भारतीय संविधान में लचीला और कठोरता दोनों प्रकार के गुण होते हैं.
- भारतीय संविधान के तहत भारत के सभी नागरिकों को एक मौत देने का अधिकार है.
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नोट कीजिए
- भारत संविधान विश्व का सबसे बड़ा संविधान है.
- मोनाको का संविधान विश्व का सबसे छोटा संविधान है.
- ब्रिटेन का संविधान को संविधान के जनक कहा जाता है.
- विश्व का सबसे कठोर संविधान संयुक्त राष्ट्रीय अमेरिका का है.
Frequently Asked Questions
प्रश्न / Question | उत्तर / Answer |
कठोर संविधान क्या है ? | कठोर संविधान एक ऐसा संविधान है जिसका संशोधन करने में काफी कठिनाई हो. |
लचीला संविधान क्या है ? | लचीला संविधान एक ऐसा संविधान है जिसका संशोधन करने में काफी आसानी हो. |
भारत में सर्वप्रथम किसने संविधान का विचार दिया था? | भारत में मानवेंद्र नाथ रॉय ने सर्वप्रथम संविधान का विचार दिया था. |
कौन सा धर्म सर्वप्रथम भारत में संविधान का मांग किया था? | भारत में सर्वप्रथम स्वराज्य दल संविधान का मांग किया था. |
भारत में सर्वप्रथम संविधान के मांग करने वाले व्यक्ति कौन था? | भारत में सर्वप्रथम मोतीलाल नेहरू संविधान का मांग किए थे. |
भारतीय संविधान के ऊपर सर्वप्रथम भाषण कौन दिया था? | भारतीय संविधान के ऊपर सर्वप्रथम महात्मा गांधी भाषण दिया था. |
भारतीय संविधान का महत्व जनता तक लाने का श्रेया किसका था? | भारतीय संविधान का महत्व जनता तक लाने का श्रेया पंडित जवाहरलाल नेहरू का था. |
आपने क्या सीखा
दोस्तों आज हम भारतीय संविधान के ऊपर जानकारी दिए हैं, यहां पर आज हम बात किए हैं भारतीय संविधान क्या है, जोकि हमारे आज के विषय के सबसे महत्वपूर्ण पाठ रहा. जो एक भारतीय नागरिक होने के नाते भारतीय संविधान क्या है यह ज्ञान होना बहुत आवश्यक है.
दोस्तों आज हम भारतीय संविधान किया है यह जानने के अलावा हम इस पोस्ट के माध्यम से जाने हैं भारत का संविधान कब कैसे और क्यों बना , भारतीय संविधान से जुड़ी हुई बहुत सारे आलोचना के विषय है जो हम हमारे आने वाले पोस्ट में लेकर आएंगे.
दोस्तों हम आशा करते हैं आपको हमारे भारतीय संविधान के ऊपर जानकारी अच्छे से समझ में आए हैं और आपको पसंद भी आया है. आज हम हमारे इस सफर को यहीं पर समाप्त करते हैं, और आपसे मिलते हैं हमारे अगले में जानकारी के साथ. तब तक के लिए स्वस्थ रहना खुश रहना.